वहीं किसानों के बताए अनुसार सर्वेयर केंद्र में कभी कभार ही आती हैं, केंद्र में तुलाई के लिए किसानों की धान को देखे बिना ही जिन किसानों ने 1000 रु प्रति क्विंटल के हिसाब से राशि दे दी तो उनकी पर्ची ऑनलाइन चढ़ा दी जाती है, ओर जिन्होंने केंद्र प्रभारी को 40 रु प्रति क्विंटल देने के बावजूद सर्वेयर को 1000 रु नही दिए उनकी तुलाई, होने के बाद आज 15 दिन होने के बाद भी पर्ची नही काटी जा रही है।
केंद्र में किसानों की धान की तुलाई हुए लगभग 15 दिनों से भी अधिक हो चुके हैं, यहां तक कि किसानों की धान का केंद्र से परिवहन भी हो चुका है, इसके बावजूद किसानों की धान को सर्वेयर द्वारा ऑनलाइन नही किया जा रहा है, जिससे परेसान किसानों ने ओबीसी महासभा ओर किसान संगठनों को अपनी व्यथा सुनाई जिसके बाद दोनों संगठनों के भारी संख्या में पदाधिकारी सिमरा स्थित खरीदी केंद्र पहुचे तो वहां पर न ही केंद्र प्रभारी मिले न ही सर्वेयर का अतापता रहा, जिसके बाद किसानों द्वारा मौके पर ही कई फोन लगाकर दोनों को केंद्र में बुलाये जाने के बाद केंद्र प्रभारी ओर सर्वेयर उपस्थित होने की बजाय इन्होंने अपने फोन बंद कर लिए, जिसकी शिकायत किसान संगठन ने उच्चाधिकारियों को दी।