जबलपुर । आज म.प्र.स्टेट बार काउसिंग के सदस्य आर.के.सिंह सैनी के साथ स्थानीय लोगों का प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से मिला एवं मिलकर शोभापुर पहाड़ी पर किये गये जा रहे अवैध उत्खनन, वृक्षों की कटाई, गौड़ खनिज का परिवहन, बड़ी-बड़ी चट्टानों को तोड़े जाने की एवं बाजार में मुरूम, लकड़ी एवं पत्थरों को विक्रय किये जाने की शिकायत की और प्रतिनिधि मंडल ने दावे के साथ कहा कि आपके नीचे के अधिकारी आपको गुमराह कर रहे हैं एवं झूठी जानकारी दे रहे हैं । प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि डायवर्सन के पूर्व एवं सम्पूर्ण प्रोजेक्ट के पास कराये जाने तक एक भी विभागीय अनापत्ति कालोनाईजर के पास नहीं थी। संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश ने स्पष्ट लिखित में कहा है कि यदि पहाड़ का स्वरूप बदला गया तो प्रोजेक्ट रद्द कर दिया जायेगा परंतु निचले स्तर के अधिकारी बिल्डर के साथ मिलकर पहाड़ को फुटबाॅल मैदान बनाने में लगे हैं एवं करोड़ों रूपये का गौण खनिज की रायल्टी का लाभ म.प्र.शासन को नहीं दिला रहे हैं। आज प्रतिनिधि मंडल ने सभी विभागों के पत्र कलेक्टर को दिय जिसमें स्पष्ट लिखा है -
1. खनिज विभाग ने किसी भी प्रकार का अनापत्ति प्रमाण पत्र शोभापुर पहाड़ी के संबंध में जारी नहीं किया है।
2. प्रदूषण नियत्रंण मंडल ने कभी स्वीकृति के समय किसी भी प्रकार का अनापत्ति पत्र जारी नहीं किया है।
3. अनुविभागीय अधिकारी ने भी किसी भी प्रकार का खनन एवं समतलीकरण की अनुमति नहीं दी
है।
4. पहाड़ में लगभग 3000 पेड़ अंकित है लेकिन नगर निगम की अधिकारियों की मिलीभगत से छटाई की अनुमति लेकर 100 फुट के वृक्षों को काट दिया गया।
नगर निगम ने 70000/- रूपये की पेनेल्टी लगाई थी।
टी.एंड.सी.पी. विभाग द्वारा बिना किसी अनुमति के अधिकारी नीरज लेखार ने भ्रष्टाचारी कर प्रोजेक्ट को राजनीति दबाव के चलते अनैतिक रूप से स्वीकृति प्रदान कर दी जिसके चलते जबलपुर शहर का हृदयस्थल शोभापुर पहाड़ी जिसे सरकार द्वारा 200 फुट की ऊचाई का विशाल पहाड़ कहा गया है भूमाफियाओं द्वारा खुलेआम फुटबाॅल मैदान बनाने की तैयारी में है।