नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति  राष्ट्र  के पुनर्निर्माण में उठाया गया सही कदम


नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति  राष्ट्र  के पुनर्निर्माण में उठाया गया सही कदम ,विद्यार्थी परिषद ने किया  स्वागत  


  मंडला:-  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मण्डला के जिला संयोजक मंगलेश चक्रवर्ती ने वर्तमान सरकार द्वारा जारी की गई ,नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में कहा कि अगर किसी देश मे बड़ा और श्रेष्ठ बदलाव करना हो तो उस देश की शिक्षा नीति में बदलाव करना आवश्यक है। शिक्षा के क्षेत्र में वर्तमान सरकार ने ठोस और सही कदम उठाया है।  नई शिक्षा नीति से न शिर्फ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्कूली शिक्षा के प्रारंभ से ही रोजगार के लिए प्रत्येक विद्यार्थी को नई नई तकनीकि  शिक्षा भी मुहैया कराई जायेगी। प्रारंभिक शिक्षा जो कि  खेल खेल में और मातृभाषा व स्थानीय भाषा मे  दी जाएगी तथा पहले विषयों से परिचय कराकर भविष्य के लिए तैयार किया जायेगा। मिडिल स्कूली शिक्षा में मनपसंद विषयों में इंटर्नशिप मुहैया कराया जायेगा तो वहीँ 9 से 12 तक के विद्यार्थियों में विषयों के अनुरूप गहरी समझ व विश्लेषण क्षमता बढ़ाई जायेगी। 12वीं बोर्ड कक्षा में रिपोर्ट कार्ड 360 डिग्री असेसमेंट के आधार पर यानी एक्सट्रा कॅरिकुलम के आधार पर परिणाम बनाया जायेगा। साथ ही रटन्तु विद्या समाप्त कर समझने वाली विद्या पर जोर दिया जायेगा।  वहीं महाविद्यालय में प्रवेश हेतु कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट आयोजित की जायेगी जिससे छात्र मनपसंद  महाविद्यालय में पढ़ सकेगा साथ ही मल्टी एंट्री और मल्टी एग्जिट प्रणाली भी लागू की जायेगी जिसमे विद्यार्थी एक साथ एक से अधिक  अपने मन पसंद विषयों में अध्ययन कर पाएंगे।  महाविद्यालय स्तर में  एक साल में सर्टीफिकेट,दो साल में डिप्लोमा, तीन साल में बैचलर डिग्री और 4 साल में रिसर्च के साथ बेचलर डिग्री प्रदान की जाएगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी कार्यकर्ताओं ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को राष्ट्रहित में उठाया गया कदम मानकर स्वागत किया है


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