किताबों और पढ़ाई के साथ- साथ कोरोना ना बांट दे शिक्षक



शिक्षकों के संक्रमित हो जाने पर मोहल्ला क्लास का विरोध : मुख्यमन्त्री को एसोसिएशन ने लिखा पत्र 
प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर नित्य नए-नए प्रयोग करने वाले   अधिकारी कोरोना संक्रमण काल में भी शिक्षा, शिक्षक एवं बच्चों पर पढ़ाई के नाम से नए अव्यावहारिक प्रयोग करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने बताया कि ऐसा ही  प्रयोग आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र ने करते हुए  शिक्षकों को घर-घर जाकर बच्चों को पुस्तकें बांटने और पढ़ाने का आदेश जारी कर दिया । इस आदेश के तहत शिक्षक घर घर जाकर पुस्तके बांट रहे हैं और  5-5 छात्रों के समूह बनाकर मोहल्ला क्लास लगा रहे हैं। नतीजन जबलपुर में एक हफ्ते के अंदर 3 शिक्षकों के पॉजिटिव निकलने पर विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।


 


इस घटना को देखते हुए ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर ने  मोहल्ला क्लास पर तत्काल रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री और को पत्र लिखा। साथ ही प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल, आयुक्त आदिवासी विकास विभाग भोपाल, आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल को भी पत्र लिखकर मोहल्ला क्लास और कक्षा नौवीं से 12वीं के प्रवेश कार्य पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है ।  ताकि अनजाने में शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों, अभिभावकों के बीच में संक्रमण फैलाने में भागीदार ना बने। बिना किसी सुरक्षा किट और प्रशिक्षण प्राप्त किए इन शिक्षकों को घर- घर भेज कर कराए जाने वाला यह कार्य कोरोना संक्रमण के लिहाज से खतरनाक हो सकता है, क्योंकि नगरीय क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षकों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के गांव में घर-घर जाकर उक्त कार्य करना छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। किसी शिक्षक के संक्रमित होने पर पूरे गांव में घर-घर संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है।


नर्मदा संदेश समाचार मंडला 
संवाददाता-आलेख तिवारी 
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