मध्यप्रदेश में शराब-दुकान ठेकेदारों और सरकार के मध्य शराब बेचने के इस गम्भीर मुद्दे के ऊपर अभी तक सामंजस्य नही बैठ पाया है। जिसके चलते शराब दुकानों का संचालन कार्य आबकारी और नगर सेवा के कर्मचारियों और अधिकारियों ने संभाल रखी है
जबलपुर शहर में अवैध शराब की बिक्री ज़ोरो पर है। थाना आधारताल को मुखबिर से सूचना मिली की आधारताल सब्ज़ी मंडी की शराब दुकान के पास अंकित नामक युवक अपने साथियों के साथ बड़ी मात्रा में शराब बेचने की नियत से खड़ा है। सूचना मिलते ही आधारताल थाना प्रभारी जिया उल हक अपने स्टाफ के साथ मुखबिर की बताई गई जगह पर पहुंचे और घेराबंदी करते हुए तीन आरोपियों को पकड़ते हुए उनके पास से भारी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी.।
जानकारी अनुसार जबलपुर शहर में कुल 66 देशी और विदेशी शराब दुकाने खुली है और जिसका संचालन जबलपुर की आबकारी विभाग द्वारा किया जा रहा है।अब ऐसे में भला कैसे आबकारी विभाग की नाक के नीचे से अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है यह सोचने वाली बात है।क्युकी 66 शराब दुकानों के अलावा जिन दुकानों को बंद किया गया है उन शराब दुकानों को पहले ही जबलपुर की आबकारी ने सील कर रखा है तो ऐसे में जबलपुर शहर में बड़ी तादात में अवैध शराब का पकड़े जाना कही न कही जबलपुर आबकारी विभाग की नियत पर भी सवाल खड़े करता है।
अवैध शराब के साथ पकड़े गए अंकित ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि अवैध शराब का कारोबार करने के लिए शराब ठेकेदार संजय जाट और निरभु कनोजिया हर व्यक्ति को 3 सौ रुपये दिया करते थे और शराब ठेकेदारों के इशारे पर ही ये अवैध शराब का कारोबार किया करते थे।
आधारताल पुलिस की पकड़ में आये आरोपियों के नाम अंकित पटेल निवासी कंचनपुर, सौरभ यादव गोकलपुर,सूरज ठाकुर संजय नगर निवासी बताए जा रहे है।